आदर्श शिक्षक मो. यामीन की जनपद से विदाई

कैराना। कौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारो...। यह लाइनें शिक्षक मोहम्मद यामीन पर सटीक बैठती है। जनपद शामली में मोहम्मद यामीन को एक उत्कृष्ट आदर्श और प्रेरक शिक्षक के रूप में जाना जाता है। ये जनपद शामली में राज्य पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले अध्यापक हैं। अपने उत्कृष्ट और प्रेरक शिक्षण कार्यों से बच्चों, अभिभावकों तथा जनपद के शिक्षक इनको आदर्श मानते हैं। ये बातें आज इनका शामली से बागपत अंतर्जनपदीय तबादला होने पर साथी शिक्षकों द्वारा आयोजित विदाई कार्यक्रम में कही गई। उनके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न विद्यालयों में किये गये उत्कृष्ट शैक्षणिक कार्यों के बारे में जानने का प्रयास किया गया। बताते हैं कि मो. यामीन 1994 से सेवारत हैं। इनकी प्रथम नियुक्ति जनपद शामली के विकास क्षेत्र कांधला के ग्राम गंगेरू के प्राथमिक विद्यालय तथा 2002 में इनकी पदोन्नति जूनियर हाईस्कूल चढाव में हुई। इनका सर्वाधिक समय शामली जनपद के कांधला विकास क्षेत्र के ग्राम गढीदौलत के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में व्यतीत हुआ। जहां इनका स्थानांतरण इनके द्वारा पूर्व में किये गये उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए इसलिए किया गया कि इस विद्यालय की हालत बहुत बदतर थी। उन्होंने बताया कि इस विद्यालय को उत्कृष्ट बनाने में उनके साथ विद्यालय के समस्त स्टाफ की मेहनत, विद्यालय प्रबंध समिति, ग्राम शिक्षा समिति, अभिभावकों का सहयोग और बेसिक शिक्षा विभाग उप्र एवं जनपद शामली के उच्चाधिकारियों का मार्गदर्शन और सहयोग प्राप्त हुआ। मदरसा संचालकों व अभिभावकों, आधुनिक, तकनीकी, व्यवसायिक शिक्षा के बारे में समझाकर उनको स्कूली शिक्षा के प्रति जागरूक किया। परिणामस्वरूप अभिभावक अपने बच्चों का नामांकन इनके विद्यालय में कराने लगे और यहां से अपने बच्चों की प्रतिभा एवं शैक्षिक योग्यता-परिणाम को देखकर गौरवान्वित महसूस करते हैं। इन्होंने अपने पूरे स्टाफ और विद्यालय प्रबंध समिति, ग्राम शिक्षा समिति, सामाजिक संगठनों, अभिभावक संघ के साथ मिलकर बहुत से नवाचार किए, जिस कारण आज बच्चों की उपस्थिति और शैक्षिक गुणवत्ता को ये उच्च श्रेणी मे लेकर आये। इन्होंने अनेक प्रमुख दिवसों पर शैक्षिक प्रतियोगिताओं की शुरूआत की जैसे 'भारतीय गणितज्ञ रामानुजन' जी के जन्मदिन पर पिछले पांच वर्षों से लगातार 'गणित सप्ताह', सी वी रमन जी व एपीजे अब्दुल कलाम जी के जन्मदिन पर विज्ञान प्रदर्शनी, क्विज, भाषण, निबंध, रंगोली, चित्रकला प्रतियोगिता तथा स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस के भव्य आयोजन के द्वारा बच्चों के ज्ञानवर्द्धन एवं उत्साहवर्द्धन का प्रयास करते हैं। इस स्कूल के बच्चे अधिकारियों एवं बुद्धिजीवियों द्वारा उनकी हर विषय के प्रति शैक्षिक गुणवत्ता एवं अन्य गतिविधियों में उनकी रुचियों से प्रशंसा के पात्र बने जिस कारण विद्यालय की ख्याति दूर-दूर तक फैल गई। इसका परिणाम यह हुआ कि प्राइवेट स्कूलों से अभिभावकों का मोह भंग होने लगा और जिस विद्यालय में मो. यामीन कार्यरत होते हैं, उस गांव के अभिभावक अपने बच्चों का नाम प्राइवेट स्कूलों से कटवा कर उनके विद्यालय में नामांकन कराने लगते हैं। अन्य सहयोगी गतिविधियों में विद्यालय में हर वर्ष आरटीई और नामांकन मेला,

स्काउट/गाइड, योगा, मार्शल आर्ट्स कैंप का आयोजन किया जाता है। इन नवाचारों और शैक्षणिक गतिविधियों के कारण अभिभावकों ने अपने बच्चों का नामांकन इनके विद्यालय में कराया।  वर्ष 2016 में शिक्षक दिवस पर मो. यामीन को राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। फरवरी 2020 में शून्य निवेश नवाचार के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार तथा वर्ष 2020 में ही राज्य आईसीटी पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। इसके अतिरिक्त बेसिक शिक्षा विभाग एवं शामली जिला प्रशासन की ओर से भी अनूक प्रशस्ति पत्र द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। इन विशेष कार्यों एवं नवाचारों के द्वारा इनके कार्यरत विद्यालय का नाम जनपद शामली के उत्कृष्ट विद्यालयों में गिना जाता है। मो. यामीन 2019 को समायोजन प्रक्रिया के अंतर्गत  स्थानांतरित होने पर जनपद शामली के ब्लॉक कैराना के पूर्व माध्यमिक विद्यालय मामौर में सहायक अध्यापक के रूप में कार्यरत रहे। अपने अल्प समय में ही उसी ऊर्जा और कार्यशैली से शिक्षण कार्यों द्वारा विद्यालय के बच्चों को विकास की ओर ले जाने हेतु प्रयासरत रहे, जिस कारण बच्चे तथा बहुत से अध्यापक इनको आदर्श रूप में देखते हैं। वैश्विक महामारी के संकट के समय में भी इन्होंने बच्चों को शिक्षा से वंचित नहीं होने दिया। ऑनलाइन शिक्षण तथा स्वयंसेवी वरिष्ठ छात्रों के सहयोग से मोहल्ला कक्षाओं का आयोजन किया गया। इस प्रकार प्रगतिशील सकारात्मक सोच से एक एक परिवर्तन करते हुए मो. यामीन और इनके सहयोगी स्टाफ द्वारा विद्यालय और बच्चों की विकास यात्रा को मंजिल की ओर बढ़ाने का रहा है। आज के कार्यक्रम के संयोजक प्रधानाध्यापक राजेन्द्र प्रसाद व विद्यालय प्रबंध समिति, अध्यक्षता एआरपी इकबाल अहमद तथा कुशल संचालन एसआरजी सचिन कुमार द्वारा किया गया। वहीं कार्यक्रम के दौरान उनके पिता करीमुद्दीन और भाई मो. नाजिम का भी सम्मान किया गया।

सम्मान करने वालों में निवर्तमान ग्राम प्रधान नूरदीन, सेवानिवृत्त शिक्षक अलीनवाज, शफीक, अध्यापकों में गुलाब सिंह ब्लॉक अध्यक्ष, हारून अली, साजिद अहमद, मो. आबिद, कासिम शाह, हारून, नाजिम, अरविंद कुमार, रामकरण, बृजेश शर्मा, संजीव शर्मा, मुकीम इलाही, गणपत, एआरपी गजानंद व विनोद कुमार, शैलेंद्र मान, विपिन कुमार तथा शिक्षाकिरण व सुरेन्द्र सिंह आदि उपस्थित रहे।

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