स्काउट/गाइड, योगा, मार्शल आर्ट्स कैंप का आयोजन किया जाता है। इन नवाचारों और शैक्षणिक गतिविधियों के कारण अभिभावकों ने अपने बच्चों का नामांकन इनके विद्यालय में कराया। वर्ष 2016 में शिक्षक दिवस पर मो. यामीन को राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। फरवरी 2020 में शून्य निवेश नवाचार के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार तथा वर्ष 2020 में ही राज्य आईसीटी पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। इसके अतिरिक्त बेसिक शिक्षा विभाग एवं शामली जिला प्रशासन की ओर से भी अनूक प्रशस्ति पत्र द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। इन विशेष कार्यों एवं नवाचारों के द्वारा इनके कार्यरत विद्यालय का नाम जनपद शामली के उत्कृष्ट विद्यालयों में गिना जाता है। मो. यामीन 2019 को समायोजन प्रक्रिया के अंतर्गत स्थानांतरित होने पर जनपद शामली के ब्लॉक कैराना के पूर्व माध्यमिक विद्यालय मामौर में सहायक अध्यापक के रूप में कार्यरत रहे। अपने अल्प समय में ही उसी ऊर्जा और कार्यशैली से शिक्षण कार्यों द्वारा विद्यालय के बच्चों को विकास की ओर ले जाने हेतु प्रयासरत रहे, जिस कारण बच्चे तथा बहुत से अध्यापक इनको आदर्श रूप में देखते हैं। वैश्विक महामारी के संकट के समय में भी इन्होंने बच्चों को शिक्षा से वंचित नहीं होने दिया। ऑनलाइन शिक्षण तथा स्वयंसेवी वरिष्ठ छात्रों के सहयोग से मोहल्ला कक्षाओं का आयोजन किया गया। इस प्रकार प्रगतिशील सकारात्मक सोच से एक एक परिवर्तन करते हुए मो. यामीन और इनके सहयोगी स्टाफ द्वारा विद्यालय और बच्चों की विकास यात्रा को मंजिल की ओर बढ़ाने का रहा है। आज के कार्यक्रम के संयोजक प्रधानाध्यापक राजेन्द्र प्रसाद व विद्यालय प्रबंध समिति, अध्यक्षता एआरपी इकबाल अहमद तथा कुशल संचालन एसआरजी सचिन कुमार द्वारा किया गया। वहीं कार्यक्रम के दौरान उनके पिता करीमुद्दीन और भाई मो. नाजिम का भी सम्मान किया गया।
सम्मान करने वालों में निवर्तमान ग्राम प्रधान नूरदीन, सेवानिवृत्त शिक्षक अलीनवाज, शफीक, अध्यापकों में गुलाब सिंह ब्लॉक अध्यक्ष, हारून अली, साजिद अहमद, मो. आबिद, कासिम शाह, हारून, नाजिम, अरविंद कुमार, रामकरण, बृजेश शर्मा, संजीव शर्मा, मुकीम इलाही, गणपत, एआरपी गजानंद व विनोद कुमार, शैलेंद्र मान, विपिन कुमार तथा शिक्षाकिरण व सुरेन्द्र सिंह आदि उपस्थित रहे।