- तहसीलदार के निरीक्षण में रामड़ा गौशाला में बीमार मिला गोवंश, भेजी गई रिपोर्ट
कैराना। तहसीलदार ने रामड़ा में गौशाला का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान बीमार गोवंश मिलने पर उनके इलाज की पोल-पट्टी खुलकर सामने आ गई। तहसीलदार ने रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है।
सोमवार को तहसीलदार प्रियंका जायसवाल गांव रामड़ा में सरकारी गौशाला का निरीक्षण करने के लिए पहुंच गई। इस दौरान उन्होंने चारा-पानी व प्रकाश आदि की व्यवस्थाओं का जायजा लिया, जो सही पाई गई। गौशाला पर तैनात चौकीदार से जानकारी की गई कि गोवंशों को समय से चारा दिया जाता है या नहीं। रात के समय में प्रकाश ठीक से होता है। निरीक्षण के दौरान एक गोवंश बीमार स्थिति में पाया गया। उसके उपचार के बारे में पूछा, तो चौकीदार का जवाब सुनकर तहसीलदार भी हैरान रह गई। चौकीदार ने बताया कि चिकित्सक को उपचार के लिए कहते हैं, तो वह कहता है कि मैं यहीं बैठ जाऊं। इस कारण से बीमार गोवंश को उपचार नहीं मिल रहा है। इस पर तहसीलदार ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। तहसीलदार प्रियंका जायसवाल ने बताया कि रामड़ा गौशाला में निरीक्षण के दौरान एक गोवंश बीमार मिला है। चिकित्सक के इलाज न करने की बात सामने आई है। मामले की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।
सोमवार को तहसीलदार प्रियंका जायसवाल गांव रामड़ा में सरकारी गौशाला का निरीक्षण करने के लिए पहुंच गई। इस दौरान उन्होंने चारा-पानी व प्रकाश आदि की व्यवस्थाओं का जायजा लिया, जो सही पाई गई। गौशाला पर तैनात चौकीदार से जानकारी की गई कि गोवंशों को समय से चारा दिया जाता है या नहीं। रात के समय में प्रकाश ठीक से होता है। निरीक्षण के दौरान एक गोवंश बीमार स्थिति में पाया गया। उसके उपचार के बारे में पूछा, तो चौकीदार का जवाब सुनकर तहसीलदार भी हैरान रह गई। चौकीदार ने बताया कि चिकित्सक को उपचार के लिए कहते हैं, तो वह कहता है कि मैं यहीं बैठ जाऊं। इस कारण से बीमार गोवंश को उपचार नहीं मिल रहा है। इस पर तहसीलदार ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। तहसीलदार प्रियंका जायसवाल ने बताया कि रामड़ा गौशाला में निरीक्षण के दौरान एक गोवंश बीमार मिला है। चिकित्सक के इलाज न करने की बात सामने आई है। मामले की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।