कैराना की बेटी फौजिया सरोजिनी नायडू अवार्ड से सम्मानित
👉 कैराना के साथ-साथ शामली जिले का नाम किया रोशन 
👉 उत्तराखंड राज्य की राजधानी देहरादून में आयोजित हुआ सम्मान समारोह

कैराना (शामली)। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में होली मिलन पर आयोजित कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह मे कैराना की बेटी फौजिया अफजाल फिज़ा को सरोजनी नायडू अवार्ड से सम्मानित किया गया। 
     उत्तराखंड की जिया साहित्य कुटुम्ब देहरादून द्वारा जेपी प्लाजा गार्डन कारगी में कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह संग होली मिलन कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत एवं विशिष्ट अतिथि धर्मपुर विधायक विनोद चमोली मौजूद रहे।
        संस्था की संस्थापिका श्रीमती जिया हिंदवाल "गीत" एवं सहयोगी कार्यकर्ता गिरीश चंद्र इस्टवाल, विजेंद्र सिंह नेगी, रवि चौहान, नवीन नौटियाल रहे।
कार्यक्रम का कुशल संचालन संजय जैन और अलका ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री तीर्थ सिंह रावत के द्वारा लघु कथाएं पुस्तक का भी विमोचन किया गया। 
      कार्यक्रम में कवियों और कावित्रियो ने अपनी सुंदर कविताओं व गजलों से दर्शकों का मन मोह लिया। कार्यक्रम के समापन पर होली के गीतों ने समा बांध दिया। सबने एक दूसरे को होली की बधाई दी और देश में एकता एवं भाईचारे की कामना की। 
      कार्यक्रम में फौजिया अफजाल फिज़ा सहित उर्वी दवल, इरा मठपाल, इफ्तेखार अहमद, रेहान सिद्दीकी, मीना, उदयचंद्रा, रश्मि, दिवांश व संगीता के साथ-साथ कई कवियों को सरोजिनी नायडू अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। 
     फौजिया अफजाल फिज़ा की ग़ज़ल मेरी जुबान ने "जब भी कोई कलाम किया, तेरा ही जिक्र न जाने क्यों सुबह शाम किया " ने समा बांध दिया।
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