रील्स पर सॉन्ग लगाना इस्लाम में बड़ा गुनाह: शेख
👉 कतर की राजधानी दोहा से कैराना पहुंचे इमाम शेख अमीर आलम अल—कासमी
👉 समाज में नशाखोरी, दहेज कुप्रथा और अन्य कुरीतियां दूर करने का दिया संदेश

कैराना (शामली)। कतर की राजधानी दोहा से कैराना पहुंचे प्रख्यात आलिम—ए—दीन शेख अमीर आलम अल—कासमी ने मुस्लिम समाज में फैल रही कुरीतियों को जड़ से समाप्त करने और शिक्षित बनाने का संदेश दिया। कहा कि इस्लाम में नशा और जुआ—सट्टा हराम करार दिया गया है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया अकाउंट्स पर रील्स पर सॉन्ग लगाना भी बड़ा गुनाह है।
   शुक्रवार को कतर की राजधानी दोहा में इमामत करने वाले प्रख्यात आलिम—ए—दीन शेख अमीर आलम अल—कासमी कैराना पहुंचे। यहां पानीपत रोड पर मदरसा इशातुल इस्लाम में उनका स्वागत किया गया। मदरसे में स्थित मस्जिद में शेख द्वारा जुमे की नमाज अदा कराई गई और विश्व में अमन—चैन के लिए विशेष दुआ कराई गई। इससे पूर्व शेख अमीर आलम अल—कासमी ने कहा कि मनुष्य का जीवन शिक्षा के बिना अधूरा है। पवित्र कुरआन में भी कहा गया है कि अपने रब के नाम से पढ़ो। उन्होंने कहा कि पैगंबर साहब ने फरमाया कि तुम में सबसे बेहतर इंसान वो है, जो कुरआन को सीखे और सिखाए। इसके बावजूद भी शिक्षा से दूरी बनाई गई है। मस्जिदों, मदरसों और मकतबों को आबाद करें। अभिभावक अपने बच्चों को शिक्षित बनाएं। शेख ने आगे कहा कि समाज में दहेज का प्रचलन बढ़ गया है। सामान की नुमाइश की जाती है। शादी—ब्याहों में खड़े होकर खाना खिलाना शुरू कर दिया है। यह अल्लाह को नापसंद है।
        उन्होंने कहा कि नशा, जुआ, सट्टा बहुत बुरी चीज है, जिसे हराम करार दिया गया है। इसके अलावा शेख ने सोशल मीडिया अकाउंट्स की रील्स पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि रील्स पर बेपर्दगी बढ़ रही है। लज्जा का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। सॉन्ग लगाकर रील्स पोस्ट की जाती है। इस प्रकार की रील्स जो भी व्यक्ति देखेगा, उन सबका गुनाह रील्स पोस्ट करने वाले को मिलेगा। यह बड़ा गुनाह है और इससे परहेज करना चाहिए। इस दौरान मदरसे के प्रबंधक मौलाना बरकतुल्लाह अमीनी, मास्टर समीउल्लाह, हाफिज आमिर, डॉक्टर अजमतुल्लाह खान, हाफिज आदिल मलिक आदि मौजूद रहे।
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