कैराना (शामली)। नगर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बदलूगढ़ के प्रधानाध्यापक राकेश सैनी ने 22 अप्रैल पृथ्वी दिवस के अवसर पर बच्चों को पृथ्वी की रक्षा क्यों जरूरी है समझाया गया। पृथ्वी पर जो भी है वह हमारे लिए है परन्तु हमें उसके साथ जीने का सलीका भी सीखना होगा। पृथ्वी कहती है, मुझ से कुछ लो तो कुछ वापस भी करो हम पृथ्वी से केवल लेते हैं, उसे वापस कुछ नहीं लौटाते।
प्रधानाध्यापक ने बताया कि प्रकृति एक पूर्ण चक्र है : एक हाथ से लो, तो दूसरे हाथ से दो। इस वर्तुल को तोड़ना ठीक नहीं है। लेकिन हम यही कर रहे हैं -सिर्फ लिये चले जा रहे हैं। इसीलिए सारे स्त्रोत सूखते जा रहे हैं धरती विषाक्त होती जा रही है। नदियां प्रदूषित हो रही हैं, तालाब मर रहे हैं। हम पृथ्वी से अपना रिश्ता इस तरह से बिगाड़ रहे हैं कि जैसे भविष्य में इस पर रहना ही नही।
उन्होंने आगे बताया कि पृथ्वी की रक्षा के लिए, हमें अपने दैनिक जीवन में छोटे-छोटे बदलाव लाने होंगे, जैसे कि पानी, बिजली और अन्य संसाधनों का उपयोग कम करना, कचरा कम करना और रीसाइकिल करना, और अधिक से अधिक पेड़ लगाना। पानी का सही इस्तेमाल करें। जब जरूरत न हो तो लाईट बंद कर दें । कचरा कम करें। कम से कम प्लास्टिक का उपयोग करें, और कचरे को रीसाइकिल करें। पैदल चलें या साईकिल का उपयोग करे। पेड़ लगाएं। पेड़ हमारे पर्यावरण के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, इसलिए जितना हो सके उतना पेड़ लगाएं। स्थानीय उत्पादों का समर्थन करें। स्थानीय उत्पादों का उपयोग करने से पर्यावरण पर कम प्रभाव पड़ता है। सड़क मार्ग का उपयोग कम करें अगर आप जा सकते हैं तो पैदल चलें या साइकिल चलाएं।
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