सुरक्षाकर्मियों की पहचान के लिए विशेष उपाय अपनाए जाएं : जूडिशियल कॉउन्सिल

नई दिल्ली।जूडिशियल कॉउन्सिल के अध्यक्ष राजीव अग्निहोत्री ने कहा पहलगाम कश्मीर में हुए कायराना हमले की जितनी निंदा की जाएं, उतनी कम है। 
       जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर 26 लोगों की नृशंस हत्या कर दी। सेना की वर्दी में आए दहशतगर्दों ने यह हमला किया। फरवरी, 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद से जम्मू-कश्मीर में यह सबसे बड़ा घातक आतंकी हमला है। 
👉 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  को ईमेल भेज कर अग्निहोत्री ने  लिखा 
पहलगाम के बैसरन में निर्दोष भारतीयों और विदेशियों की हत्या को बहुत गंभीरता से लेने की जरूरत है, क्योंकि 26 लोगों की हत्या करने वाले आतंकवादी सैन्य पोशाक में थे। हाल के वर्षों में जम्मू-कश्मीर में नागरिकों पर यह सबसे बड़ा हमला है। यह मुद्दा बहुत गंभीर प्रकृति का है, आपसे अनुरोध है कि भविष्य में ऐसी किसी भी घटना से बचने के लिए जम्मू-कश्मीर क्षेत्र के वह इलाके जहां से घुसपेठ  संभव है वहां की सुरक्षा बढ़ाई जाए , पुलिस बलों और खुफिया तंत्र को सतर्कता बरतने और इन क्षेत्रों में अधिक कर्मियों को तैनात करने की ज्यादा आवश्यकता है।
👉 इतना ही नहीं सुरक्षाकर्मियों कि पहचान के लिए विशेष उपाय अपनाए जाएं
संजीव चौहान सदस्य मानवाधिकार जूडिशियल कॉउन्सिल ने कहा कि निर्दोष लोगों की हुई मौत बेहद दुःखद, दुर्भाग्यपूर्ण व अमानवीय है,  सरकार को कठोर कार्रवाई के साथ साथ कर पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा , न्याय सुनिश्चित करना चाहिए।
      दुःख की इस घड़ी में पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ और आतंकवादियों के खिलाफ एकजुट खड़ा है। सभी पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाए और सहानुभूति के साथ समस्त परिजनों को इस गहन दुःख को सहन करने हेतु ईश्वर शक्ति प्रदान करे उनके परिजनों को साहस दें।
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